हर मौसम हंसी और हर सफर सुहाना नहीं होता। अखबार में पिछले चार दिनों में सड़क हादसों की चार बड़ी खबरें पढ़कर मन सफर की मुष्किलों पर बार-बार चला जाता है। भ…
और पढ़ेंमेरी दादी को एक बात पिछले कई दिनों से साल रही है कि मैं आटा खरीद कर खा रहा हूं। गांव में आने वाले तमाम रिष्तेदार और गांववालों से वह इस बात को बडे दर्…
और पढ़ेंमध्य प्रदेश के स्कूलों के हालात। सुबह के ११ बज रहे हैं और मास्टरजी का पता नहीं । होशंगाबाद जिले के पीपल ढाना गोंव के इस प्राथमिक स्कूल की पतवार एकमात…
और पढ़ेंदेश की बड़ी आबादी को पानी के लिए लम्बी जद्दोजहद करनी पड़ती है। तथ्य यह भी है इसकी बड़ी जिम्मेदारी बच्चों के सर होती है।
और पढ़ेंआजादी का दिया हर घर में रोशन हो सके ...हर आंखों का आजादी का सपना पूरा हो... स्वतंत्रता दिवस की सालगिरह मुबारक .
और पढ़ेंआसाराम ·े आश्रम में चार बच्चों ·ी मौतों ने खबरिया चैनलों ·ो अच्छा मसाला दे दिया। अलग-अलग एंगल से खबरें बनती रहीं, बि·ती रहीं। खबर, खबर है जाहिर तौर प…
और पढ़ेंअक्सर लगता है कि जिंदगी ठहर गई है, चलते-चलते हवा रुक गई हैं थम गए हैं ट्रेन के पहिए आकाश में रुक गया है बादलों का वेग परिंदों के परों में नही…
और पढ़ेंसालों-साल से ·रोड़ों रुपए बहाने ·े बाद तमाम साक्षरता अभियान पूरे देश ·ो · ख ग नहीं सिखा पाए। सालों पहले दूरदर्शन पर चलने वाले पढऩा लिखना सीखो ओ मेहन…
और पढ़ेंसंपत्ति ·की लड़ाई पुरानी है, उस दौर में भी जब रत्नजडि़त सिंहासनों पर देव, गंधर्व, राक्षस विराजते थे और अब भी। सागर मंथन ·ही ·था से ·koई अनजान नहीं ह…
और पढ़ेंहाँ कुछ आहट सुनी है मैंने हाँ कि सांसे सुनी हैं मैंने गरम अंगारों सी दहकती हुई पत्थरों के बीच लगातार पार्श्व से उठते शोरगुल से परेशां सी हैरान स…
और पढ़ेंपटियेबाजी भोपाल में वैसा ही रुतबा रखती है जैसे की राजा भोज द्वारा बनाई गई झील। पुराने शहर की तंग और संकरी गलियों मे यहाँ घंटों गली मोहल्लों से लेकर द…
और पढ़ें
Social Plugin