राकेश मालवीय ऐसा पहली बार नहीं हुआ था कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में एक खास विचारधारा के कुलपति का राजतिलक…
और पढ़ेंदेना होगा तुम्हें हर सांस का हिसाब किस दिन किस नथुने से ली और किससे छोड़ी बाहर. इससे कोई मतलब नहीं कि कितनी ऑक्सीजन थी तुम्हारे हिस्से में…
और पढ़ेंPhoto: Gagan Nayar. राकेश कुमार मालवीय यहां आंगनवाड़ी का मतलब एक भवन भर नहीं है। न ही दरिया बांट देने से काम पूरा हो जाता है। यहां बच्चों को …
और पढ़ेंदूर गांव में तब भी-अब भी भूख की खबरें आती हैं नहीं खिलौने , नहीं बिछौने भूखे पेट सुलाती हैं दिन भर की मजदूरी नहीं समय पर मिलती है खाली बर्त…
और पढ़ेंवर्ल्ड फोटोग्राफी डे पर मेरी दो तस्वीरें. इन्हें कुछ दिन पहले ही देश की सबसे बड़ी चिल्का झील के टापू पर अपने ओल्य्म्पिस से क्लिक किया था. है न…
और पढ़ेंमीडिया के लोकलाइजेशन के नुकसान : पत्रकारिता के क्षेत्र में तेजी से आए बदलाव हतप्रभ करते हैं. पिछले 20-25 सालों में काफी कुछ बदल गया है. खबरों का अंद…
और पढ़ेंराकेश मालवीय कुछ साल पहले तक ही सरकार देश को खाद्य संप्रभु देष घोषित करती थीं। खाद्यान्न के मामले में हमें न केवल आत्मनिर्भर बल्कि निर्यात क…
और पढ़ें
Social Plugin